Eight of the 10 most valued firms added Rs 3.28 lakh crore in market cap last week, TCS, HUL, RIL top gainers | टॉप-10 कंपनियों में से 8 का मार्केट-कैप ₹3.28 लाख-करोड़ बढ़ा: TCS टॉप गेनर रही, इसकी वैल्यू ₹80 हजार करोड़ बढ़कर 14.08 लाख करोड़ हुई


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मुंबई39 मिनट पहले

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पिछले हफ्ते के कारोबार में देश की टॉप-10 कंपनियों में से 8 का कंबाइन मार्केट कैपिटलाइजेशन 3.28 लाख करोड़ रुपए बढ़ा है। इनमें TCS को सबसे ज्यादा मुनाफा हुआ है। इसका मार्केट कैप ₹80,828 करोड़ बढ़कर 14.08 लाख करोड़ हो गया है।

HUL का मार्केट कैप ₹58,258 करोड़ बढ़कर ₹6.05 लाख करोड़ हो गया है। वहीं रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्केट कैप ₹54,024 करोड़ बढ़कर ₹19.88 लाख करोड़ हो गया है।

इसके अलावा इंफोसिस, HDFC बैंक, भारती एयरटेल, ITC और ICICI बैंक की मार्केट वैल्यू बढ़ी है। जबकि, SBI और LIC की मार्केट वैल्यू घटी है।

LIC का मार्केट कैप ₹12,080 करोड़ घटा
LIC का मार्केट कैप ₹12,080 करोड़ घटकर ₹6.28 लाख करोड़ रहा। वहीं SBI का मार्केट कैप ₹178 करोड़ घटकर ₹7.40 लाख करोड़ पर आ गया।

टॉप-10 कंपनियों में से 8 की मार्केट-वैल्यू बढ़ी और 2 की घटी

कंपनी मार्केट-वैल्यू घटी/बढ़ी (₹करोड़ में) मौजूदा मार्केट-वैल्यू (₹लाख करोड़ में)
TCS 80,828 14.08
HUL 58,258 6.05
रिलायंस इंडस्ट्रीज 54,024 19.88
इंफोसिस 52,770 6.35
HDFC बैंक 32,241 11.96
भारती एयरटेल 32,080 8.10
ITC 16,167 5.48
ICICI बैंक 1,745 7.89
LIC 12,080 6.29
SBI 178 7.40

सोर्स: BSE, नोट: आंकड़े 3 जून और 7 जून के आधार पर हैं…

मार्केट कैप के लिहाज से देश की टॉप-10 कंपनियां

कंपनी (₹ लाख करोड़ में)
रिलायंस इंडस्ट्रीज 19.88
TCS 14.08
HDFC बैंक 11.96
भारती एयरटेल 8.10
ICICI बैंक 7.89
SBI 7.40
इंफोसिस 6.35
LIC 6.29
HUL 6.05
ITC 5.48

सोर्स: BSE, नोट: आंकड़े 3 जून और 7 जून के आधार पर हैं…

मार्केट कैपिटलाइजेशन क्या होता है?
मार्केट कैप किसी भी कंपनी के टोटल आउटस्टैंडिंग शेयरों यानी वे सभी शेयर, जो फिलहाल उसके शेयरहोल्डर्स के पास हैं, की वैल्यू है। इसका कैलकुलेशन कंपनी के जारी शेयरों की टोटस नंबर को स्टॉक की प्राइस से गुणा करके किया जाता है। मार्केट कैप का इस्तेमाल कंपनियों के शेयरों को कैटेगराइज करने के लिए किया जाता है ताकि निवेशकों को उनके रिस्क प्रोफाइल के अनुसार उन्हें चुनने में मदद मिले। जैसे लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप कंपनियां।

मार्केट कैप = (आउटस्टैंडिंग शेयरों की संख्या) x (शेयरों की कीमत)

मार्केट कैप कैसे काम आता है?
किसी कंपनी के शेयर में मुनाफा मिलेगा या नहीं इसका अनुमान कई फैक्टर्स को देख कर लगाया जाता है। इनमें से एक फैक्टर मार्केट कैप भी होता है। निवेशक मार्केट कैप को देखकर पता लगा सकते हैं कि कंपनी कितनी बड़ी है। कंपनी का मार्केट कैप जितना ज्यादा होता है उसे उतनी ही अच्छी कंपनी माना जाता है। डिमांड और सप्लाई के अनुसार स्टॉक की कीमतें बढ़ती और घटती है। इसलिए मार्केट कैप उस कंपनी की पब्लिक पर्सीवड वैल्यू होती है।

मार्केट कैप कैसे घटता-बढ़ता है?
मार्केट कैप के फॉर्मूले से साफ है कि कंपनी की जारी शेयरों की कुल संख्या को स्टॉक की कीमत से गुणा करके इसे निकाला जाता है। यानी अगर शेयर का भाव बढ़ेगा तो मार्केट कैप भी बढ़ेगा और शेयर का भाव घटेगा तो मार्केट कैप भी घटेगा।



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