47 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
आलिया भट्ट का नया डीपफेक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में AI का इस्तेमाल करके एक्ट्रेस वामिका गब्बी के वीडियो पर आलिया का चेहरा फिट कर दिया गया है।
AI से वामिका के वीडियो पर लगाया आलिया का चेहरा
वामिका ने कुछ दिनों पहले अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर ये वीडियो शेयर किया था। इस वीडियो में वो लाल साड़ी पहनी नजर आ रही थीं। दरअसल, इस लुक में वो संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘हीरामंडी’ की स्क्रीनिंग पर पहुंची थीं।
डीपफेक वीडियो में आलिया।
किसी ने इसी वीडियो से छेड़छाड़ करते हुए इसमें आलिया का चेहरा लगाकर इसे वायरल कर दिया है। अब आलिया का फेक वीडियो आने से फिर एक बार AI टेक्नोलॉजी को क्रिटिसाइज किया जा रहा है।
आलिया दूसरी बार हुईं डीपफेक की शिकार
इससे पहले भी आलिया भट्ट का एक डीपफेक वीडियो सामने आ चुका है. उस डीपफेक वीडियो में एक लड़की व्हाइट एंड ब्लू फ्लोरल ड्रेस पहने बोल्ड पोज देती नजर आई थी। वीडियो में इतनी सफाई से AI टूल की मदद से आलिया का चेहरा इस्तेमाल हुआ है कि एक नजर में वो लड़की आलिया भट्ट ही लगती है। हालांकि उसके एक्शन और बॉडी पॉश्चर से अंदाजा लगाया जा सकता है कि वीडियो फेक है।
वीडियो वायरल होने के बाद काजोल के फैंस ने नाराजगी जाहिर की थी।
काजोल का भी कपड़े बदलते हुए वीडियो वायरल हुआ
कुछ समय पहले काजोल का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वो कपड़े बदलती दिखी थीं। फैक्ट चेक में सामने आया कि वो एक डीपफेक वीडियो था, जिसे एक इन्फ्लूएंसर ने पिछले साल जून में बनाया था।
रश्मिका के चेहरे को इन्फ्लूएंसर की बॉडी में मॉर्फ किया गया
कुछ समय पहले रश्मिका मंदाना का भी एक डीपफेक वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो वायरल होने के बाद अमिताभ बच्चन, मृणाल ठाकुर, नाग चैतन्य जैसे कई सेलेब्स उनके सपोर्ट में उतरे थे। मामला बढ़ने के कुछ समय बाद उस लड़की जारा पटेल की पहचान की गई, जिसकी बॉडी में रश्मिका का चेहरा इस्तेमाल कर डीपफेक बनाया गया था।
उस लड़की ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा था कि उन्हें अपने वीडियो का गलत रूप से इस्तेमाल किए जाने की कोई जानकारी नहीं थी। बाद में पुलिस जांच चली और आरोपी को पकड़ा गया था। आरोपी का तर्क था कि उसने व्यूज पाने के लिए ऐसा वीडियो बनाया था।
क्या है डीपफेक?
डीपफेक एक तरह से फेक वीडियो ही है, हालांकि इसमें इतनी बारीकी से AI टूल का इस्तेमाल कर चेहरा, आवाज या एक्सप्रेशन बदला जाता है कि असली और नकली में फर्क पहचानना मुश्किल होता है।
डीपफेक वीडियो के मामले AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) टूल्स आने से ज्यादा बढ़ गए हैं, क्योंकि इन टूल के जरिए आसानी से वीडियो एडिट किए जा सकते हैं।
सबसे पहले डीपफेक में फेस मॉर्फिंग होती है, जिससे किसी एक व्यक्ति के शरीर में किसी दूसरे व्यक्ति का चेहरा जोड़ा जाता है। चेहरा बदलने के साथ-साथ किसी व्यक्ति के कपड़े, एक्सप्रेशन और आवाज से भी छेड़छाड़ की जा सकती है।
इस तरह की टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल ज्यादातर पोर्न साइट में किया जाता है। किसी व्यक्ति की तस्वीरों को न्यूड फोटोज में बदलकर उन्हें इन साइट्स में अपलोड किया जाता है। डीपफेक के आने से आइडेंटिटी का खतरा काफी बढ़ गया है।
{*Disclaimer:* The following news is sourced directly from our news feed, and we do not exert control over its content. We cannot be held responsible for the accuracy or validity of any information presented in this news article.}
Source by [author_name]