Israeli Weapon Damaged Iranian Air Defenses Without Being Detected, Officials Say | Iran Israel war| Airstrike | Middle East Crisis | इजराइल के हमले में तबाह हुआ ईरानी S-300 डिफेंस सिस्टम: सैटेलाइट तस्वीरों में खुलासा; इजराइल की मिसाइलों को नहीं पकड़ पाया ईरान का रडार सिस्टम


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3 मिनट पहले

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इजराइल ने 19 अप्रैल को ईरानी के एक S-300 एंटीएयरक्राफ्ट सिस्टम पर हमला किया। (फाइल)  - Dainik Bhaskar

इजराइल ने 19 अप्रैल को ईरानी के एक S-300 एंटीएयरक्राफ्ट सिस्टम पर हमला किया। (फाइल) 

इजराइल ने 19 अप्रैल को ड्रोन्स और मिसाइ से ईरान पर हमला किया था। अब सैटेलाइट तस्वीरों से खुलासा हुआ है कि अटैक के दौरान ईरान के एयर डिफेंस सिस्टम को निशाना बनाया था। हालांकि, इजराइल ने अब तक इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।

BBC ने नतान्ज शहर की सैटेलाइट तस्वीरें जारी की हैं। इन तस्वीरों में देखा जा सकता है कि इजराइली ड्रोन्स और मिसाइल्स ने ईरान के एयर डिफेंस की रडार साइट को पूरी तरह से तबाह कर दिया है। BBC ने हमले के पहले और हमले की बाद की तस्वीरें जारी की हैं। नतान्ज वही शहर है, जहां ईरान की कई न्यूक्लियर फैसिलिटीज भी मौजूद हैं।

दावा- इजराइल ने ऐसी मिसाइलें दागीं जो रडार की पकड़ में भी नहीं आईं
ईरान और इजराइल में टकराव के बीच 19 अप्रैल को ईरान ने बाहरी सीमा से आए 3 ड्रोन मार गिराने का दावा किया था। ईरान ने कहा था कि इस हमले में उनको कोई नुकसान नहीं हुआ है। वहीं, अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने 2 वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से बताया था कि इजराइल ने जो मिसाइलें नतान्ज में दागीं उनमें ऐसी तकनीक का इस्तेमाल था जिसने रडार सिस्टम उन्हें डिटेक्ट नहीं कर पाया।

इसकी वजह से ईरान को इजराइल के हमले के बारे में पता ही नहीं चल पाया। अधिकारियों के मुताबिक इजराइल के निशाने पर नतान्ज न्यूक्लियर फैसिलिटी का एयर डिफेंस सिस्टम था। रिपोर्ट में कहा गया है कि इजराइली ड्रोन इस्फहान के पास एक एयर डिफेंस रडार साइट को निशाना बना रहे थे, जो नतान्ज न्यूक्लियर फैसिलिटी की सुरक्षा का हिस्सा है।

ईरान ने 14 अप्रैल को इजराइल पर हमला किया था।

ईरान ने 14 अप्रैल को इजराइल पर हमला किया था।

ईरान को नहीं पता हमला किससे हुआ
अधिकारी के मुताबिक हमले ने रडार साइट को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया, लेकिन अभी आकलन पूरा नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि हमले का उद्देश्य ईरान को इजराइल की ताकत का अंदाजा देना था, वहीं, भी सुनिश्चित करना था कि इससे मामला आगे न बढ़े।

हमले के बाद कुछ ईरानी अधिकारियों ने कहा था कि इस्फहान में एक सैन्य अड्डे पर S-300 एंटी एयरक्राफ्ट सिस्टम पर हमला किस हथियार से हुआ है ये अब तक नहीं पता चल पाया है।

मिसाइल कहां से छोड़ी गई ये भी नहीं पता
तीन पश्चिमी देशों और दो ईरानी अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि इजराइल ने हमले के लिए हवाई ड्रोन तैनात किए थे और वॉर प्लेन से एक मिसाइल दागी थी। इससे पहले तक ईरानी अधिकारियों ने कहा था कि हमला ड्रोन से किया गया, जो ईरान से ही लॉन्च किया गया था।

वहीं, कुछ अधिकारियों को लगता है कि मिसाइल को या तो इजराइली एयरस्पेस से या फिर ईरान से दागा गया था। मिसाइल ईरान के डिफेंस रडार सिस्टम से बच गई। ईरान की सेना ने शुक्रवार को कहा कि ड्रोन, मिसाइल और वॉर प्लेन कोई भी ईरानी सीमा में दाखिल नहीं हुआ।

वहीं, ईरान की सरकारी न्यूज एजेंसी, आईआरएनए ने बताया था कि कोई मिसाइल हमला नहीं हुआ था और डिफेंस रडार सिस्टम में हमले का कोई सिग्नल नहीं आया था।

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