बाल्टीमोर7 मिनट पहले
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सिंगापुर के झंडे वाला जहाज टकराने से बाल्टीमोर ब्रिज का एक बड़ा हिस्सा ढह गया। जहाज पर मौजूद 22 भारतीय क्रू सदस्य सुरक्षित हैं।
अमेरिका के मैरीलैंड में जहाज टकराने से बाल्टीमोर का फ्रांसिस स्कॉट की ब्रिज अमेरिकी समयानुसार सोमवार देर रात गिर गया था। कोस्ट गार्ड अधिकारी एडमिरल शैनन गिलरीथ ने मंगलवार शाम बताया की कि घंटों तक चले सर्च ऑपरेशन के बाद लापता 6 लोगों को मृत घोषित कर दिया गया है।
एडमिरल ने कहा- हमने कई घंटों तक पेटाप्सको नदी में सर्च ऑपरेशन चलाया। पानी के तापमान और दूसरे फैक्टर्स के आधार पर हमारा मानना है कि नदी में गिरे 6 लोगों का जीवित होना अब बेहद मुश्किल है। इसे देखते हुए हम एक्टिव सर्च ऑपरेशन बंद कर रहे हैं। हालांकि, कोस्ट गार्ड और दूसरे अधिकारी अब भी यहां मौजूद रहेंगे।
वहीं दाली जहाज पर मौजूद 22 क्रू सदस्य भारतीय थे, वे सभी सुरक्षित हैं। CNN न्यूज के मुताबिक, मैरीलैंड के गवर्नर वेस मूर ने कहा कि जहाज के क्रू ने समय पर खतरे की जानकारी दे दी। इसकी वजह से ब्रिज पर ट्रैफिक को रोक दिया गया और कई लोगों की जान बच गई।
हादसे के बाद से रेस्क्यू टीम घटनास्थल पर मौजूद है। 2 लोगों को बचा लिया गया है। जबकि 6 लापता लोगों को मृत घोषित कर दिया गया।
बाल्टीमोर ब्रिज टूटने के बाद मैरीलैंड के एक चर्च में लापता लोगों की वापसी के लिए प्रार्थना करते परिजन।
टकराने से पहले जहाज पर बिजली सप्लाई ठप हुई
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, सिंगापुर के झंडे वाले दाली जहाज पर बिजली सप्लाई ठप हो गई थी। इसके बाद यह पुल से टकरा गया। इस दौरान पुल पर मौजूद 8 कंस्ट्रक्शन वर्कर पानी में गिर गए थे। ये पुल की मरम्मत का काम कर रहे थे। इनमें से 2 को रेस्क्यू कर लिया गया था, जबकि 6 लापता थे।
गवर्नर मूर ने कहा- ढहने से पहले पुल सही स्थिति में था। पुल का गिरना मैरीलैंड के लोगों के लिए एक चौंकाने वाली घटना थी। यहां के लोग पिछले 47 सालों से इसका इस्तेमाल कर रहे थे। जब पुल पानी में गिरा तो उस पर करीब 5 गाड़ियां भी मौजूद थीं। इनमें से एक ट्रैक्टर-ट्रेलर भी था।
हादसे के बाद से ब्रिज पर सभी 4 लेन बंद
दाली जहाज अमेरिकी समय के मुताबिक सोमवार देर रात करीब 12:30 बजे रवाना हुआ था। यह 22 अप्रैल को श्रीलंका की राजधानी कोलंबो पहुंचने वाला था। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, मैरीलैंड ट्रांसपोर्टेशन अथॉरिटी ने बताया कि ब्रिज पर हादसे के बाद सभी 4 लेन बंद कर दी गई हैं और ट्रैफिक रोक दिया गया है।
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, रेस्क्यू के वक्त बाल्टीमोर हार्बर में पानी का तापमान 9 डिग्री सेल्सियस था। अमेरिका के सेंटर फॉर डीजीज कंट्रोल के मुताबिक, 21 डिग्री सेल्सियस से कम तापमान होने पर शरीर का टेम्प्रेचर भी तेजी से गिरता है। इसकी वजह से पानी में डूबे लोगों की जान को खतरा बढ़ जाता है।
जहाज के टकराने के बाद बाल्टीमोर के फ्रांसिस स्कॉट की ब्रिज का एक बड़ा हिस्सा ढह गया।
पुल का मलबा जहाज के एक हिस्से पर गिरा। इस दौरान जहाज पर कुछ गाड़ियां भी मौजूद थीं, जो नदी में गिर गईं।
टकराने से पहले जहाज के एंकर गिराए गए, इससे स्पीड धीमे हुई
दाली जहाज 984 फीट लंबा और 157 फीट चौड़ा था। जहाज सिनर्जी ग्रुप नाम की कंपनी का था। कंपनी के प्रवक्ता के मुताबिक, टकराने से ठीक पहले इमरजेंसी प्रक्रिया के तहत जहाज के एंकर को नीचे गिरा दिया गया था, जिससे इसकी स्पीड कम करने में मदद मिलती है।
बिजली जाने के बाद जहाज पर काला धुआं उठा और इसके बाद यह ब्रिज से टकराया। हालांकि, इस दौरान क्रू का कोई भी सदस्य घायल नहीं हुआ। दूसरी तरफ, घटना को देखते हुए मैरीलैंड में स्टेट ऑफ इमरजेंसी घोषित की गई है।
मैप के जरिए समझिए जहाज के टकराने और पूल टूटने की लोकेशन…
बाइडेन बोले- सरकार ब्रिज को दोबारा बनाने का खर्च उठाएगी
राष्ट्रपति बाइडेन ने संसद में घोषणा की कि सरकार बाल्टीमोर ब्रिज को दोबारा बनाने के लिए पूरा खर्च उठाएगी। फ्रांसिस की ब्रिज को 1977 में पेटाप्सको नदी पर बनाया गया था। इसका नाम अमेरिका का राष्ट्रगान लिखने वाले फ्रांसिस स्कॉट की के नाम पर रखा गया है।
मैरीलैंड सरकार की वेबसाइट के मुताबिक, पिछले साल बाल्टिमोर पोर्ट से करीब 5.2 करोड़ टन का अंतरराष्ट्रीय कार्गो (सामान) गुजरा था। इसकी कीमत 6.67 लाख करोड़ थी। इस पोर्ट के जरिए 15 हजार से ज्यादा लोगों को सीधे तौर पर नौकरी मिली है। वहीं इसकी वजह से मैरीलैंड में भी करीब 1.39 लाख लोगों का गुजारा चलता है।
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