रोम7 मिनट पहले
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यूक्रेन के प्रेसिडेंट जेलेंस्की के साथ पोप फ्रांसिस। (फाइल)
कैथोलिक ईसाइयों के सर्वोच्च धर्मगुरू पोप फ्रांसिस ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दोमिर जेलेंस्की को रूस से बातचीत की सलाह दी है। स्वीडिश टीवी चैनल आरएसआई को दिए इंटरव्यू में पोप ने कहा- जेलेंस्की को पुतिन से बातचीत में कोई शर्म नहीं होनी चाहिए। क्योंकि, अगर हालात को आज भी नहीं संभाला गया तो ये बेकाबू और बद से बदतर हो जाएंगे।
पोप फ्रांसिस पहले भी रूस और यूक्रेन की जंग खत्म कराने के लिए कई बार अपील कर चुके हैं। हालांकि, ये पहली बार है कि उन्होंने यूक्रेन को एक तरह से झुकने की सलाह दी है।
यूक्रेन की सरकार का दावा है कि हालिया महीनों में उसने रूस को जबरदस्त नुकसान पहुंचाया है। पिछले दिनों रूस का एक एयरक्राफ्ट कैरियर भी ड्रोन हमले में तबाह हो गया था। (फाइल)
बातचीत की हिम्मत दिखाना जरूरी
- पोप ने कहा- शांति के लिए व्हाइट फ्लैग का इस्तेमाल करें। पहले सीजफायर करें और इसके बाद जेलेंस्की को पुतिन से बात करनी चाहिए। इसके हिम्मत जुटानी होगी और जेलेंस्की को यह सोचना के जरूरत है कि अगर वो बातचीत की पहल करते हैं तो इसमें कोई शर्म की बात नहीं है। मैं ये बात इसलिए कह रहा हूं, क्योंकि अब भी हालात सुधरने की उम्मीद है।
- पोप ने कहा- जब आपको लगने लगता है कि आप हार सकते हैं या चीजें आपके फेवर में नहीं जा रही हैं तो सबसे अच्छा तरीका यही होता है कि बातचीत की पहल की जाए। मैं कहना ये चाहता हूं कि बातचीत का मतलब सरेंडर करना नहीं होता, क्योंकि इसके लिए भी हिम्मत चाहिए। दुनिया को इस जंग को रुकवाने के लिए नए सिरे से कोशिश करनी चाहिए। बदकिस्मती से ऐसा हो नहीं रहा है।
पोप ने पिछले साल क्रिसमस पर कहा था कि यूक्रेन के लोगों को मदद की सख्त जरूरत है। रूस उससे काफी बड़ा देश है। (फाइल)
दुनिया से संघर्ष खत्म करने की अपील
- पिछले साल ईस्टर के मौके पर पोप ने कहा था- शांति हासिल करने की राह पर यूक्रेन के लोगों की मदद करें और रूस के लोगों पर भी दुआएं बनीं रहें। पोप ने कहा, मैं उन लोगों के लिए दुआ करता हैं जिन्होंने जंग में अपने लोगों को खोया है, उम्मीद करता हूं कि जंग के कैदी जल्द अपने घर अपने परिवारों के पास लौट पाएंगे।
- यूक्रेन जंग की वजह से हजारों लोग जान गंवा चुके हैं, जबकि लाखों को पलायन के लिए मजबूर होना पड़ा है। दो साल पहले पोप फ्रांसिस ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से मिलने की इच्छा जाहिर की थी। हालांकि, ऐसा हो नहीं सका था।
- उस दौरान पोप ने यूक्रेन युद्ध की तुलना रवांडा के नरसंहार से की थी। पोप ने इटली के एक अखबार से कहा था- अभी तक मुझे पुतिन की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला है।
क्रिसमस पर विशेष अपील की थी
- पिछले साल क्रिसमस पर पोप फ्रांसिस ने दुनिया के तमाम देशों से एक अपील की थी। उन्होंने कहा था- स बार क्रिसमस पर कम खर्च करें और जो पैसा बचे, उससे यूक्रेन के लोगों की मदद करें। वहां के लोग जंग की वजह से भूख और सर्दियों का कहर झेल रहे हैं।
- वेटिकन सिटी में एक प्रोग्राम के दौरान पोप फ्रांसिस ने कहा था- यूक्रेन बहुत मुश्किल वक्त से गुजर रहा है। यह परेशानियां और बढ़ने का खतरा है। इस साल भी क्रिसमस जरूर सेलिब्रेट करें, लेकिन अपने खर्च को कम करें। आपसे एक ही गुजारिश है। क्रिसमस को सादगी से मनाने के बाद जो पैसा बचे, उसे यूक्रेन के वेलफेयर और वहां के लोगों की मदद पर खर्च करें। उन्हें इस वक्त हमारी सहायता की सख्त जरूरत है।
- फ्रांसिस ने आगे कहा था- यूक्रेन के लोग जंग की वजह से बहुत मुश्किल में हैं। उनके सामने भुखमरी का खतरा है। इसके अलावा वहां कड़ाके की सर्दी होती है। उनके पास जरूरत के मुताबिक, डॉक्टर्स और नर्स भी नहीं हैं। वहां बिजली, पानी और एनर्जी की दिक्कत भी है।
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