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पोप फ्रांसिस ने कहा कि चुनाव में वोट जरुर देना चाहिए और कम बुरे को चुनना चाहिए।
ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस ने राष्ट्रपति चुनाव में अमेरिकी कैथोलिक ईसाइयों को कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रम्प में से ‘कम बुरा उम्मीदवार’ को चुनने की सलाह दी है।
एशिया के चार देशों के दौरे से रोम वापस लौटते समय फ्रांसिस ने शुक्रवार को प्लेन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया था। इसमें उन्होंने बिना नाम लिए दोनों उम्मीदवारों की आलोचना की।
पोप ने कहा कि वोट न करना बुरी बात है। बस आपको वोटिंग के समय कम बुराई वाले को चुनना होगा। कम बुरा कौन है? वह महिला (कमला) या वह सज्जन (ट्रम्प)? मैं नहीं जानता। हर किसी को अपने विवेक का इस्तेमाल करना होगा।
पोप फ्रांसिस का एशिया दौरा 2 सितंबर को शुरू हुआ था। वह पापुआ न्यू गिनी, इंडोनेशिया और सिंगापुर गए थे। यह उनकी अब तक की सबसे लंबी यात्रा रही।
पोप बोले- दोनों ही उम्मीदवार जीवन के खिलाफ पोप ने कहा कि दोनों ही जीवन के खिलाफ हैं। चाहे वह (ट्रम्प) प्रवासियों को बाहर निकालता हो, या जो (कमला हैरिस) बच्चों को गर्भ में मारने का समर्थन करता हो।
पोप ने कहा कि प्रवासियों को देश से बाहर निकालना एक ‘गंभीर पाप’ है। उन्होंने कहा कि प्रवासियों को भगाना और उन्हें बेहतर जीवन जीने से रोकना कहीं से ठीक नहीं है। यह एक तरह की नीचता है।
उन्होंने अबॉर्शन को ‘हत्या’ के समान कहा। फ्रांसिस ने कहा, “बच्चे को मां के गर्भ से जबरन बाहर निकालना एक हत्या है, क्योंकि वहां जीवन होता है।”
अबॉर्शन पर पोप बोले- ये मानव हत्या के समान पोप पहले भी अबॉर्शन के मुद्दे पर कई बार टिप्पणी कर चुके हैं। उन्होंने अक्टूबर 2018 में कहा था कि किसी भी समस्या का हल करने के लिए मानव जीवन को खत्म करना सही नहीं है। चाहे उसकी उम्र कितनी भी कम क्यों न हो।
पोप फ्रांसिस से 2016 के चुनाव से पहले अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर दीवार बनाने वाले ट्रम्प के प्लान के बारे में पूछा गया था। इस पर उन्होंने कहा था कि जो कोई भी प्रवासियों को बाहर रखने के लिए दीवार बनाता है वह ईसाई नहीं है।
ट्रम्प ने बार-बार अवैध प्रवासियों के अमेरिका आने पर रोक लगाने का वादा किया है। पिछले बुधवार को हुई डिबेट में ट्रम्प ने कहा कि वे राष्ट्रपति बने तो लाखों ऐसे लोगों को देश से निकाल देंगे।
पोप फ्रांसिस अबॉर्शन और इमीग्रेंट्स पर पहले भी कई बयान दे चुके हैं।
गाजा जंग पर पोप बोले- यह बहुत भयानक पोप फ्रांसिस से गाजा जंग को लेकर भी सवाल पूछा गया। उन्होंने ने कहा, “जब आप मारे गए बच्चों के शव देखते हैं, जब आप सुनते हैं कि स्कूलों पर बमबारी की गई है तो यह सुनकर बहुत दुख होता है।
पोप ने कहा, “कहा जाता है कि यह खुद की रक्षा के लिए हो रहा संघर्ष है, लेकिन कभी-कभी मुझे लगता है कि यह एक बहुत बड़ी जंग है। मैं यह कहने के लिए माफी चाहता हूं, लेकिन मुझे शांति की दिशा में कोई कदम उठाए जाते नहीं दिख रहे हैं।”
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