2 मिनट पहले
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पुतिन का मानना है कि यूक्रेनी सेना नाटो की सहायता के बिना लंबी दूरी की मिसाइल का इस्तेमाल करने के काबिल नहीं है।
यूक्रेन को रूस में दूर तक हमला करने वाली मिसाइलों के इस्तेमाल की इजाजत मिल सकती है। । CNN के मुताबिक अमेरिका और ब्रिटेन इस पर विचार कर रहे हैं। अब तक इस पर प्रतिबंध लगा हुआ था, लेकिन यूक्रेन पर लगी ये पाबंदी अब हट सकती है।
रिपोर्ट के मुताबिक रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि ऐसे हथियारों के इस्तेमाल करने की इजाजत देने का मतलब यह समझा जाएगा कि NATO, रूस के खिलाफ जंग में उतर चुका है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा होता है तो वे इसका जवाब जरूर देंगे।
पुतिन ने कहा कि यूक्रेन को लंबी दूरी के हथियारों का इस्तेमाल करने की मंजूरी मिलती है तो वो समझेंगे कि जंग में NATO की एंट्री हो चुकी है।
पुतिन बोले- अमेरिका ने अनुमति दी तो बहुत कुछ बदल जाएगा पुतिन ने एक सरकारी टीवी चैनल पर कहा कि इससे बहुत कुछ बदल जाएगा। उन्होंने कहा कि इन हथियारों का इस्तेमाल सैटेलाइट के बिना संभव नहीं है। यूक्रेन के पास ऐसी तकनीक नहीं है। यह केवल यूरोपीय यूनियन के सैटेलाइट या फिर अमेरिकी सैटेलाइट की मदद से ही हो सकता है।
पुतिन ने आगे कहा कि सिर्फ NATO सैन्यकर्मी ही इन मिसाइल सिस्टम का इस्तेमाल करने के लिए ट्रेंड हैं। यूक्रेनी सैनिक ऐसा नहीं कर सकते। इसलिए, सवाल यूक्रेनी को इन हथियारों से रूस पर हमला करने की अनुमति देने या न देने का नहीं है। यह तय करने का है कि इसमें NATO शामिल हैं या नहीं।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ब्रिटिश विदेश मंत्री डेविड लैमी के साथ 11 सितंबर को यूक्रेन दौरे पर गए थे।
ब्लिंकन ने प्रतिबंध हटाने के संकेत दिए इससे पहले गुरुवार को अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन कहा था कि अमेरिका, रूस के भीतर सैन्य ठिकानों पर लंबी दूरी के हथियारों का इस्तेमाल करने पर यूक्रेन पर लगे प्रतिबंधों को हटाने वाला है।
ब्लिंकन ने कहा कि हमें ऐसे सबूत मिले हैं कि रूस के पास ईरान से बैलिस्टिक मिसाइल आ रहे हैं। इसका मतलब है कि रूस का हमला और तेज होगा। इसका जवाब देने के लिए यूक्रेन को लंबी दूरी तक के मिसाइल का इस्तेमाल करना होगा। उन्होंने कहा था कि वे इसके लिए ब्रिटिश पीएम कीर स्टार्मर और राष्ट्रपति बाइडेन से बातचीत करेंगे।
लंबे समय से अमेरिका से इजाजत मांग रहा यूक्रेन रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन लंबे समय से अमेरिका और ब्रिटेन से लंबी दूरी तक हमला करने वाले हथियारों का इस्तेमाल करने की इजाजत मांग रहा है। यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइलें दी गई हैं। लेकिन वह इसका इस्तेमाल दुश्मनों के खिलाफ अपनी ही सीमा के भीतर कर सकता है।
रूस ने पिछले महीने रूस में घुस कर हमला शुरू किया है। ऐसे में जेलेंस्की चाहते हैं कि इन प्रतिबंधों को हटाया जाए ताकि वे रूस के भीतर लंबी दूरी के हथियारों का इस्तेमाल कर सकें।
इससे पहले फ्रांस ने भी यूक्रेन को लंबी दूरी की स्टॉर्म शैडो मिसाइल दी थीं। लेकिन उसकी भी ये शर्त थी कि इसका इस्तेमाल अपनी सीमा के भीतर तक ही हो।
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