Donald Trump vs Kamala Harris Debate Viewership | US Election 2024 | कमला-ट्रम्प की डिबेट 6.7 करोड़ लोगों ने लाइव देखी: यह पहली डिबेट से 31% ज्यादा; 55 से ज्यादा की उम्र वालों की व्यूअरशिप सबसे ज्यादा


1 मिनट पहले

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कमला हैरिस और ट्रम्प ने बुधवार को प्रेसिडेंशियल डिबेट के दौरान 90 मिनट तक अमेरिका के अहम मुद्दों पर अपनी राय रखी। - Dainik Bhaskar

कमला हैरिस और ट्रम्प ने बुधवार को प्रेसिडेंशियल डिबेट के दौरान 90 मिनट तक अमेरिका के अहम मुद्दों पर अपनी राय रखी।

अमेरिका में भारतवंशी कमला हैरिस और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच बुधवार को हुई प्रेसिडेंशियल डिबेट को 6 करोड़ 70 लाख से ज्यादा लोगों ने टीवी पर लाइव देखा। मार्केटिंग रिसर्च कंपनी नील्सन के आंकड़ों के मुताबिक, यह बाइडेन और ट्रम्प के बीच हुई पिछली डिबेट से 31% ज्यादा है।

नील्सन के आंकड़ों में वे लोग शामिल नहीं हैं, जिन्होंने इस डिबेट को सोशल मीडिया या अलग-अलग स्ट्रीमिंग प्लैटफॉर्म्स पर देखा। जून में बाइडेन-ट्रम्प के बीच हुई इस चुनाव की पहली डिबेट की तुलना में 18-54 साल के 50% ज्यादा लोग इस डिबेट से जुड़े।

वहीं डिबेट देखने वालों में सबसे ज्यादा 4 करोड़ लोग 55 साल की उम्र से ज्यादा वाले थे। डिबेट होस्ट करने वाले ABC न्यूज पर सबसे ज्यादा 1 करोड़ 90 लाख लोगों ने इसे लाइव देखा। वहीं दूसरे नंबर पर फॉक्स न्यूज रहा, जिस पर 90 लाख से ज्यादा लोगों ने डिबेट देखी।

डिबेट को टीवी के अलावा लाखों लोगों ने सोशल मीडिया और कई स्ट्रीमिंग प्लैटफॉर्म्स पर भी देखा।

डिबेट को टीवी के अलावा लाखों लोगों ने सोशल मीडिया और कई स्ट्रीमिंग प्लैटफॉर्म्स पर भी देखा।

8.4 करोड़ लोगों ने देखी थी हिलेरी-ट्रम्प की डिबेट बाइडेन और ट्रम्प की डिबेट होस्ट करने वाले CNN पर बुधवार को सबसे कम व्यूअरशिप रिकॉर्ड की गई। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, कमला-ट्रम्प की डिबेट के आंकड़े सामने आने के बाद इसकी तुलना 2016 में हिलेरी क्लिंटन और ट्रम्प के बीच हुई दूसरी डिबेट से हो रही है।

यह अब तक की सबसे ज्यादा देखी जाने वाली प्रेसिडेंशियल डिबेट रही है, जिसकी व्यूअरशिप 8 करोड़ 40 लाख दर्ज की गई थी। CNN के मुताबिक, टेलीविजन इंडस्ट्री के अधिकारियों ने उम्मीद जताई थी कि इस डिबेट को जून में हुई पहली डिबेट से ज्यादा देखा जाएगा। ऐसा इसलिए क्योंकि पहली डिबेट समय से करीब तीन महीने पहले हुई थी।

दरअसल, आमतौर पर अमेरिका में पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट सितंबर के महीने में ही होती है। लेकिन इस बार इसे जून में कराया गया था। जून में ज्यादातर अमेरिकी गर्मियों की छुट्टियां मनाने जाते हैं। ऐसे में डिबेट की तरफ उनका ध्यान कम रहा था। वहीं सितंबर-अक्टूबर में अमेरिकी नागरिक टीवी का इस्तेमाल ज्यादा करते हैं।

कमला हैरिस के बारे में जानना चाहते हैं अमेरिकी वोटर बाइडेन के राष्ट्रपति रेस से हटने के बाद अमेरिका के लोगों की चुनाव में दिलचस्पी बढ़ गई है। वोटर्स कमला हैरिस के बारे में और जानकारी इकट्ठा करने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। बुधवार को हुई डिबेट में भारतवंशी कमला ने ट्रम्प को हरा दिया था। CNN के सर्वे के मुताबिक, 63% लोगों का यह मानना था कि कमला ने ट्रम्प से बेहतर परफॉर्म किया। वहीं 37% लोगों ने ट्रम्प को बेहतर माना।

अमेरिका में साल 1960 में पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट हुई थी। रिचर्ड निक्सन और जॉन एफ केनेडी के बीच हुई यह बहस इतनी लोकप्रिय थी कि इसे अमेरिका के हर तीसरे आदमी ने देखा था। वहीं 2020 में ट्रम्प और बाइडेन के बीच हुई पहली डिबेट को करीब 7 करोड़ 30 लाख लोगों ने देखा था।

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6 नवंबर को होने वाले अमेरिकी चुनाव से पहले आज यानी बुधवार, 11 सितंबर को डोनाल्ड ट्रम्प और कमला हैरिस के बीच प्रेसिडेंशियल डिबेट हुई। दोनों नेताओं के बीच करीब 90 मिनट तक चली डिबेट में कई ऐसे मोमेंट्स बने, जो देखने लायक थे।

डिबेट के दौरान माइक म्यूट रहने की वजह से दोनों उम्मीदवारों को असहमति जताने के लिए अपने एक्सप्रेशन यानी चेहरे के हाव-भाव का इस्तेमाल करना पड़ा। पूरी खबर पढ़ें…

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