Six Unrwa workers among estimated 34 killed in Israeli strike on Gaza school | इजराइली सेना का गाजा में स्कूल पर एयरस्ट्राइक: संयुक्त राष्ट्र के 6 कर्मचारी समेत 34 की मौत; एंटोनियो गुटेरस बोले- बर्दाश्त नहीं करेंगे


1 मिनट पहले

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गाजा में स्कूल और जिन घरों को निशाना बनाया गया उनमें रिफ्यूजी रह रहे थे। - Dainik Bhaskar

गाजा में स्कूल और जिन घरों को निशाना बनाया गया उनमें रिफ्यूजी रह रहे थे।

इजराइल ने बुधवार को गाजा में मौजूद अल-जौनी स्कूल और दो घरों पर हमला किया। इसमें कम से कम 34 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। न्यूज एजेंसी AP के मुताबिक इसमें 19 महिलाएं और 6 बच्चे भी शामिल हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक यह स्कूल नुसीरत शरणार्थी शिविर में संयुक्त राष्ट्र की आपदा कार्य से जुड़ी संस्था (UNRWA) का था जिसमें फिलिस्तीनी रिफ्यूजी रह रहे थे। इसमें UNRWA के 6 कर्मचारियों की भी मौत हो गई है।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि स्कूल में जहां शरणार्थी रह रहे थे उसे निशाना बनाया गया। इसे किसी भी तरह से बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

गुटेरेस ने कहा कि इसमें 12 हजार से ज्यादा शरणार्थी रह रहे हैं जिनमें ज्यादातर बच्चे और महिलाएं हैं। अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन किया जा रहा है जिसे अब रोकने की जरूरत है।

इजराइली सेना का इस स्कूल पर यह सबसे घातक हमला था।

इजराइली सेना का इस स्कूल पर यह सबसे घातक हमला था।

स्कूल पर अब तक 5 बार हमला हुआ, इस बार सबसे घातक

UNRWA ने सोशल मीडिया पर कहा कि जंग शुरू होने के बाद से अब तक 5 बार इस स्कूल पर हमला हो चुका है लेकिन इस बार सबसे ज्यादा लोग हताहत हुए हैं। इससे पहले संस्था ने कहा था कि इस स्कूल को लेकर इजराइली सेना को कुछ गलतफहमी थी जो अब खत्म हो चुकी है।

इजराइली सेना ने संयुक्त राष्ट्र संस्था के दावे पर कोई टिप्पणी नहीं की है। हालांकि हमले के तुरंत बाद इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) ने कहा था कि वह स्कूल के अंदर से हमले की योजना बना रहे हमास के आतंकवादियों को निशाना बना रही थी। उन्हें सूचना मिली थी कि वे यहां छुपे हुए हैं।

अलजजीरा के मुताबिक हमले में बच गए एक शख्स ने कहा कि ये घटना तब हुई जब लोग खाने का इंतजार कर रहे थे। तभी अचानक हमला हुआ जिसमें कई लोगों के चीथड़े उड़ गए।

इजराइली सेना ने जनवरी में दावा किया था कि UNRWA से जुड़े 10% वर्कर्स हमास से जुड़े हुए हैं।

इजराइली सेना ने जनवरी में दावा किया था कि UNRWA से जुड़े 10% वर्कर्स हमास से जुड़े हुए हैं।

41 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी नागरिक मरे

इजराइल और हमास के बीच चल रही जंग के 11 महीने से ज्यादा हो गए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक इजराइल के हमले में 41 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। वही 95 हजार से ज्यादा घायल हुए हैं। इजराइली सेना की चेतावनी और हमले के चलते गाजा की करीब 23 लाख की आबादी में से लगभग 90% को कई बार विस्थापित होना पड़ा है।

ज्यादातर लोगों ने स्कूलों में शरण ले रखा है जिन्हें इजराइली सेना निशाना बना रही है। यूनिसेफ के मुताबिक इजराइली सेना के हमले में कम से कम 90 फीसदी स्कूलों को नुकसान पहुंचा है। इजराइल का दावा है कि स्कूल में हमास के आतंकवादी छुपे हुए हैं इसलिए वह इन्हें निशाना बना रहा है।

इससे पहले इजराइली सेना ने बुधवार को गाजा समेत फिलिस्तीन के कई इलाकों पर हमला किया था जिसमें 25 फिलिस्तीनी नागरिक मारे गए थे। अलजजीरा के मुताबिक इजराइली सेना के हवाई हमले में वेस्ट बैंक में 5 फिलिस्तीनी और गाजा पट्टी में 20 लोगों की मौत हो गई। इसमें 16 महिलाएं और बच्चे थे।

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गाजा में फिलिस्तीनियों की मौत का आंकड़ा 40 हजार पहुंचा:18 लाख लोग बेघर, इजराइल-हमास के बीच 11 महीने से जंग जारी

इजराइल और हमास बीच इस जंग को लगभग 11 महीनों का वक्त बीत गया है। जंग में मरने वाले फिलिस्तीनियों लोगों का आंकड़ा 40 हजार के पार हो गया है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार 15 अगस्त को इसकी जानकारी दी। गाजा पर इजराइली हमलों में अब तक 90 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।

मंत्रालय की तरफ से जारी किए आंकड़ो में हमास के आतंकवादियों को भी शामिल किया गया है। मरने वालों की संख्या इससे भी अधिक हो सकती है। पूरी खबर पढ़ें…

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