12 मिनट पहले
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पाकिस्तान के केयरटेकर प्रधानमंत्री अनवर उल हक काकर ने मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जु की यह तस्वीर दिसंबर 2023 की है। दोनों दुबई में हुई COP28 समिट में मिले थे।
भारत से तनाव के बीच मालदीव के समर्थन में पाकिस्तान सामने आया है। पाकिस्तान ने मालदीव को विकास कार्यों में मदद (आर्थिक मदद) देने का आश्वासन दिया है।
यह आश्वासन पाकिस्तान के केयरटेकर प्रधानमंत्री अनवर उल हक काकर ने मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जु से फोन पर बातचीत के दौरान दिया।
दरअसल, भारत ने मालदीव को दी जाने वाली वित्तीय मदद में करीब 22% कटौती कर दी है। 2024-25 वित्तीय वर्ष में मालदीव के विकास में मदद पहुंचाने के लिए 600 करोड़ रुपये ही आवंटित किए गए हैं। जबकि 2023-24 में सरकार ने मालदीव को 770.90 करोड़ रुपये की मदद पहुंचाई थी। विदेश मंत्रालय के जरिए ये मदद अलग-अलग स्कीमों के तहत मालदीव तक पहुंचाई जाती है।
पाकिस्तान-मालदीव के रिश्तों पर चर्चा हुई
1 फरवरी को पाकिस्तान के केयरटेकर PM काकर ने मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जु से दोनों देशों के रिश्तों पर चर्चा की। उन्होंने मालदीव-पाकिस्तान के द्विपक्षिय संबंध मजबूत करने पर जोर दिया। साथ ही कहा- हम मालदीव को सपोर्ट करते हैं। विकास कार्यों में मदद करेंगे। मालदीव और पाकिस्तान के डिप्लोमैटिक रिलेशन्स 1966 में बने थे।
भारत-मालदीव के रिश्तों में तनाव
15 नवंबर 2023 को मालदीव के नए राष्ट्रपति और चीन समर्थक कहे जाने वाले मोहम्मद मुइज्जू ने शपथ ली थी। इसके बाद से भारत और मालदीव के रिश्तों में खटास आई है। इसकी 4 वजह हैं- पहली- मोहम्मद मुइज्जू ने अपनी चुनावी कैंपेन में इंडिया आउट का नारा दिया।
दूसरी- मुइज्जु ने सत्ता में आने के बाद मालदीव में मौजूद भारत के सैनिकों को निकाल लेने के आदेश दिए।
तीसरी- भारत के साथ हाइड्रोग्राफिक सर्वे एग्रीमेंट खत्म करने की घोषणा की।
चौथी- मालदीव के दो मंत्रियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप विजिट को लेकर उनके और भारत के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी।